टेस्ला ने चीन के आयात पर ट्रम्प प्रशासन के टैरिफ को रोकने के लिए मुकदमा दायर किया
ब्लूमबर्ग की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला ने न्यूयॉर्क में यूएस कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड में एक मुकदमा दायर किया है, जिसका उद्देश्य ट्रम्प प्रशासन को चीन से आयातित कार भागों पर टैरिफ वसूलने से रोकना है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, मामले में कर्तव्यों को गैरकानूनी घोषित करने और पहले से भुगतान की गई राशि पर ब्याज सहित वापसी का आदेश देने की मांग की गई है।
इस मामले में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइज़र को प्रतिवादी के रूप में नामित किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टेस्ला उनके द्वारा किए गए कार्यों को चुनौती दे रही है, यह तर्क देते हुए कि आयात की बढ़ी हुई लागत कंपनी की वित्तीय स्थिति को नुकसान पहुंचाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले को टेस्ला इंक. बनाम यूएस, 20-03142, न्यूयॉर्क में यूएस कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड के रूप में लेबल किया गया है।
कंपनी का लक्ष्य अपने मॉडल 25 सेडान में इस्तेमाल होने वाले चीनी निर्मित कंप्यूटर और सेंट्रल डिस्प्ले स्क्रीन पर 3 प्रतिशत टैरिफ से बचना था।
अप्रैल 2018 में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा, ''व्यापार युद्ध से बचने से सभी देशों को फायदा होगा।'' अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध छिड़ने के बाद टेस्ला ने चीन के शंघाई में एक गीगाफैक्ट्री बनाई है।
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स्रोत: सिन्हुआ ने
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